Manager's Desk

Yagya Bhushan Singh

प्रिय छात्र/छात्राआंे हमारी कामना है कि आप लोग कुछ विशेष सीखकर हमारी भारतीय संस्कृति का मान बढ़ायें जिससे आपका भविष्य उज्ज्वल बने तथा आप सबका जीवन स्वर्णिम बने। युवावस्था निर्माण एवं भटकाव की अवस्था है। अतः आप सब अपने भविष्य के प्रति रहें। ळमारी युवा पीढ़ी व्यसनों में न पड़े। क्योंकि संसार में ऐश्वर्य एवं कीर्ति प्राप्त करने के लिये मनुष्य को छः दोषों का परित्याग करना चाहिये।

षड् दोषः पुयषेण हातव्यम् भूतिमिच्छितः।
थ्नद्रां तनद्रा भयं क्रोधं, आलस्यं दीर्य सूत्रता।।